दिल की बात सुनें
किसी से कुछ कहे न कहें ,
पर दिल की बात जरूर सुन लें ।
वह कहता है तो भले के लिए ,
बात उसकी जरूर गुन लें ।
आत्मा की पुकार जो है सुनता ,
उसके सब काम बन जाते हैं ।
वही तो आत्मा का सच्चा साथी है ,
जो खुद की पुकार बन आते हैं ।
कोई साथ दे या न दे पहले ,
वही पहली पुकार सुन लेता है ।
यह मरते दम तक साथ है होता ,
यह अमित. प्यार भर देता है ।
कौन है अपना कौन पराया ,
यह दिल ही सदा बताता है ।
इससे ही जीवन प्रतिपल चलता ,
यह कभी इधर उधर न हो पाता है ।
नैराश्य भाव न लाये कभी ,
यह सदा हित की बात बताता है ।
अंधेरे में भी उजाला बनकर ,
अपनी जिम्मेवारी खूब निभाता है ।
फुर्सत के क्षणों में जब बैठें ,
अपनी दिल से हाल जरूर ले लें ।
यही तो सच्ची हाल सुनाता है ,
इसकी बात आप जरूर रख लें ।
अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुज़फ्फरपुर
