बेटा का अधिकाररूप घनाक्षरी छंद में जनता है आती याद,हर पांँच वर्ष बाद,नेता की है आस टीकी, आपके इंसाफ पर। कहते हैं माई-बाप,मलिक हैं मेरे आप,कृपा कर एक वोट, दे…
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कोशी के पार लौटती नाव- अवधेश कुमार
कोसी के पार लौटती नाव : नाविक की दर्द भरी दास्तान नाविक चल पड़ा धीरे-धीरे,हवा के संग, उम्मीदों की ओरगहरे जल की गोद में छुपे,वापसी की आस हर छोर। सालों…
वापस कर दो सुखी बनाकर…RPS अनजान
अरिल्ल छंद चार चरण में 16 16 मात्रा पदांत 211/122वापस कर दो सुखी बनाकर।@@@@@@@@@@बादल छाए नभ के ऊपर।सोनू मोनू भाग चलो घर।।मौसम कितना है मनभावन। फिर से लौट गया है…
बस थोड़ी देर पहले…अवनीश कुमार
बस थोड़ी ही देर पहले तो… बस थोड़ी ही देर पहले तो —एक रंगीन तितलीफूलों की क्यारी में नाच रही थी,मैं तितली…. मै तितली ….गा रही थी सूरज की किरणों…
विवशता में सिसकते हैं -एस के पूनम
विधा:-विधाता छंद।व्यंग।(विवशता में सिसकते हैं ) चुनावों के समय पर ही,प्रजा की याद आती है। करे वादें सभाओं में,प्रजा सुनकर लुभाती है। बिछाया जाल शब्दों का,ललक जो खींच लाती है।…
एक पेड़ मां के नाम – अवधेश कुमार
🌿 एक पेड़ माँ के नाम 🌿 माँ की ममता धरती पर आयी,हरियाली संग खुशियाँ लायी । जिसकी छाया में सबको सुकून मिले,थकान न हो जिसके फूलों के तले। वो…
क्या तुमने कभी देखा है – अवनीश कुमार
(मानवता के आईने में झाँकती एक कविता) क्या तुमने कभी देखा है…बेबस, लाचार हर उस औरत कोजो ढो रही है अपनी जिम्मेदारियों कोअपने सामर्थ्य की अनंत सीमा से परे जाकर।…
समस्या – बैकुंठ बिहारी
समस्याजीवन का अभिन्न अंग है समस्या,सुख का साथी है समस्या,दुख का साथी है समस्या,भूत का साथी है समस्या,वर्तमान का साथी है समस्या,भविष्य का साथी है समस्या,कर्म का साथी है समस्या,विकर्म…
मैं चाहूं भईया का प्यार -मनु कुमारी
मैं चाहूँ भईया का प्यार ! बहुत प्यारे हैं मेरे भईया, माँ पापा के दुलारे हैं मेरे भईया । ईश्वर उनकी रक्षा करना, वो सुख से खेवे जीवन नैया। ।…
एक सांस में जलता जीवन -अवधेश कुमार
एक सांस में जलता जीवन (नशा मुक्ति पर कविता) नशा नहीं है किसी समाधान, ये लाता केवल दुख का जहान। गांजा, सिगरेट, स्मैक, सुलेशन, युवा में बढ़ता सूखे नशे का…